वीवीपेट:
यह एक स्वतंत्र प्रिंटर है जो कि ईवीएम से जुडा होता है यह मतदाताओं द्वारा किये गये मतदान को सत्यापित करता है।- Full form of vvpt in hindi:- वोटर वैरिफाइड पैपर अॉडिट ट्रेल
- Votrr verified paper audit trail
- वीवीपेट का प्रारम्भ - 2014(आम चुनाव)
- कहां पर-नाकसेन (नागालैंड )
- वीवीपैट में प्रयुक्त पेपर-थर्मल पेपर
- निर्माता कंपनी - ECIl (इलेक्ट्रॉनिक्स कॉर्पोरेशन अॉफ इंडिया लिमिटेड ) BEL(भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड) ।
- वीवीपैट के प्रकार-1.VSDU के साथ 2.VSDU के बिना
- वीवीपैट के मुख्य भाग-
- वीवीपैट ईकाई
- कनेक्टिंग केबल
- वीएसडीयू
- बैटरी पैक
- पेपर रोल
कार्यप्रणाली :-
मतदाता द्वारा जब वोट डाला जाता है तब वीवीपेट में एक पर्ची प्रिंट होती है इस पर्ची में प्रत्याशी के नाम क्रम संख्या व उसका प्रतीक होते हैं। वीवीपेट की स्क्रीन पर इस पर्ची को 7 सेकंड के लिए देखा जा सकता है। फिर यह पर्ची स्वतः कट कर वीवीपेट के सीलबंद बॉक्स में गिर जाती है ।अगर मतदाता को यह लगता है कि उससे गलत बटन दब गया है तो वह इन सात सेकंड के अन्दर अपना विकल्प बदल सकता है।
VVPT से जुड़े मिथक व वास्तविकता :-
- VVPT पर्ची मतदाता को नहीं मिलती है वरन वह उसे छू भी नहीं पाता है ।
- VVPT पर्ची थर्मल पेपर से बनी होने के कारण उस पर छपी हुई जानकारी 5 वर्ष तक पठनीय रहती है।
- मतदाता की फोटो लेने के लिए VVPT में कोई कैमरा नहीं होता है।
- 933 राज्य विधानसभा क्षेत्रों ओर 18 संसदीयनिनिर्वाचनक्षेत्रों में हुए निर्वाचनों में VVPT कि प्रयोग किया जा चुका है। गोआ, गुजरात, नागालैंड, कर्नाटक , हिमाचल प्रदेश , मेघालय, और त्रिपुरा आदि 7 राज्यों में वर्ष 2017-18 में हुए साधारण विधानसभा निर्वाचनों में सभी मतदान केन्द्रों पर VVPT का प्रयोग किया गया है।
- संदर्भ -
- चित्र गूगल से , विकीपीडिया, राजस्थान पत्रिका, दैनिक भास्कर, amarujala.com,
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