Header Ads Widget

Ticker

6/recent/ticker-posts

Lal bahadur shastri ji ka jeevan parichay


 
 
     शास्त्री जी का जन्म 2 अक्टूबर 1904 को मुगल सराय में हुआ था। उनके पिता का नाम शारदा प्रसाद श्रीवास्तव था
और मात का नाम श्रीमति राम दुलारी था। बाल्यकाल में उनके पिता की मृत्यु होने से उनका लालन पालन ननिहाल में हुआ।   तथा वहीं उनकी प्राथमिक शिक्षा हुई। तत्पश्चात काशी विद्यापीठ से शास्त्री की उपाधि प्राप्त की  तब ही से उन्होने अपने नाम के आगे शास्त्री लगा लिया। उनकी पत्नी का नाम ललिता जी था। जिनसे उनके दो पुत्री व 4पुत्र हुए।
                     शास्त्री जी पक्के गांधी वादी थे। वे सारा जीवन सादगी जीए। और गरीबों की सेवा की। वे एक स्वतंत्रता सैनानी भी थे तथा भारत के स्वतंत्रता संघर्ष में सक्रीय भूमिका निभाई। उन्होंने असहयोग आंदोलन  सविनय अवज्ञा आन्दोलन, व भारत छोड़ो आंदोलन में भाग लिया।
           वह विभिन्न राजनीतिक पदों पर भी रहे-

  • गृहमंत्री - 4 जनवरी 1961-29 अप्रैल 1963
  • विदेश मंत्री - 9 जून 1964- 18 जुलाई 1964
  • प्रधानमंत्री - 9 जून 1964-11 जनवरी 1966
  •         भारत के  दूसरे प्रधानमंत्री श्री लाल बहादुर शास्त्री इस पद पर लगभग  18 महीने रहे। .
  • शास्त्री जी ने 'जय जवान , जय किसान ' का नारा दिया। .
ताशकंद समझोता:- भारत व पाकिस्तान केे बीच उज्बेकिस्तान ( पूर्व सोवियत संघ ) की राजधानी ताशकंद मे एक समझोता हुआ। 10 जनवरी 1966 को पाकिस्तान के राष्ट्रपति आयूब खान और भारतीय  प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री ने इस समझोते पर हस्ताक्षर किये। .
    और दूसरे दिन 11 जनवरी 1966 को ताशकंद में 61 वर्ष की उम्र में उनकी मृत्यु  हो  गयी। .
उनकी ईमानदारी, सादगी और देश भक्ति के लिए उनके मरणोपरांत 'भारत रत्न ' से सम्मानित किया गया। 

Post a Comment

0 Comments